Pool Ke Paas (Navalkatha) By Chandrabhan Rahi पुल के पास - चन्द्रमान 'राही ' राही की कहानियों नेऊब एक तीव्र सोच एवं नवीनता की पैनी नज़र द्रष्टिगत होती है जो आज के कथाकारो में काम ही देखने को मिलता है | इनका अपना स्वतंत्र लेखन है | आज राही कथा के क्षेत्र में किसी चमकते हुए सितारे से काम नहीं है |