विंशोत्तरी दशाफल निर्णय - लेखक: कृष्णकांत भारद्वाज
Vinshottari Dashafal Nirnay by Krishnakant Bhardwaj
सूर्योदी ग्रहों के भावफल, राशिफल, दृष्टिफल, अवस्था फल, राजयोगों, धनयोगो, दरिद्रयोगों तथा अरिष्टादि योगों का समस्त शुभाशुभ फल जातक को संबंधित ग्रहो की दशाओ में ही प्राप्त होता है-ऐसी ज्योतिष की मान्यता है। इस पुस्तक में बृहत्पराशर होराशास्त्र, बृहज्जातक, सारावली, शंभुहोरा प्रकाश, जातक पारिजात, जातकभरणम्, सर्वार्थ चिन्तामणि, होरारत्नम, फलदीपिका, मानसागरी, जातक सर्दीप जैसे ग्रंथो का अध्यन-मनन करके जन्मकुंडली की विश्िंटरी दशाओ का विस्तार से अनुसन्धान किया गया है। ज्योतिषशास्त्र के जिज्ञासुओ के लिए संग्रह करने योग्य है यह पुस्तक.
|