The Interpretation Of Dreams (Hindi Translation) by Sigmund Freud सपनों का मनोविज्ञान - सिगमंड फ्रायड हमें सपने क्यों आते हैं? क्या हमारे सपनों का कोई गहरा अर्थ होता है? क्या सपने आने वाली किसी सच्चाई की सूचना देते हैं या फिर बीते हुए दिनों पर कोई नई रोशनी डालते हैं? क्या सपने हमारे मन के भीतर छिपी किसी दबी आशा, निराशा या अभिलाषा की तरफ इशारा करते हैं या वे महज दिन-भर की बातों का एक बेजोड़ चलचित्र हैं। ऐसे ही कई सवाल हैं जो हम सबके मन में कभी न कभी ज़रूर उठते हैं। और इन सब सवालों का जवाब पाएंगे आप इस पुस्तक में। विश्व विख्यात मनोवैज्ञानिक सिगमंड फ्रायड ने अपने जीवनकाल में सपनों पर गहन वैज्ञानिक अध्ययन किया था और उसी का निचोड़ इस प्रामाणिक पुस्तक में प्रस्तुत है। फ्रायड के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण साल 1900 का था इसी साल उनकी बहुचर्चित पुस्तक "इंटरप्रटेसन ऑफ़ ड्रीम" का प्रकाशन हुआ जो उनके और उनके रोगियों के स्वपनों के विश्लेषण के आधार पर लिखी गई थी. इसमें उन्होंने बताया की सपने हमारी अतृप्त इच्छाओं का प्रतिबिम्ब होते हैं. इस पुस्तक ने उन्हें प्रसिद्द बना दिया. कई समकालीन बुद्धिजीवी और मनोविज्ञानी उनकी ओर आकर्षित हुए जैसे कार्ल जुंग, अल्फ्रेड एडलर, ओटो रैंक और सैनडोर फ्रैन्क्जी के नाम प्रमुख है.