Jyotish Yog Chandrika By Dr.Narayan Datt Shrimali
ज्योतिष योग चंद्रिका - डॉ नारायणदत्त श्रीमाली कुण्डलियों के माध्यम से प्रामाणिक एवं अचूक भविष्य-कथन किया जा सकता है। कुण्डली के बारह भावों नें आपका रूप-रंग, वर्ण-भेद, सुख-दुख, माता-पिता, पति-पत्नी, शत्रू-मित्र, बन्धू-बान्धव, रोग-शोक, आय-व्यय एवं आजीविका सम्बन्धी सब रहस्य नीहित हैं। इन रहस्यों का पता लगाने के लिए ज्योतिष सम्बन्धी विविध योंगों का सहारा लेना पड़ता है। इस पुस्तक में कुण्डली को आधार बनाकर भविष्यफल स्पष्ट करने की विधि सूक्ष्मता और सरल भाषा में समझाई गई है। साथ ही ज्योतिष के अनेक प्रसिद्ध योग, उनकी परिभाषा, उनसे निष्पन्न फल एवं सम्बन्धित टिप्पणी देकर विषय को पूर्णतः स्पष्ट भी किया गया है। पुस्तक में दिए गए अत्यन्त प्रामाणिक और संगृहणीय ज्योतिष विविध योगों से पाठक अवश्य लाभान्वित होंगे।