आत्मविश्वास सफलता का द्वार - How to gain Self Confidence
सरश्री
सफलता एक ऐसा रस है, जिसका स्वाद प्रत्येक इंसान चखना चाहता है लेकिन कुछ ही लोग ऐसे हैं, जिन्हें इसके आस्वादन का अवसर मिलता है। पर अगर आप चाहें तो आप भी इस अमृत को प्राप्त कर सकते हैं। "आत्मविश्वास सफलता का द्वार' एक ऐसी पुस्तक है, जिसके माध्यम से पाठकों को उनके खोए आत्मविश्वास से मिलवाकर सफलता का जो मार्ग बंद हो गया था, उसे खोलने का प्रयास किया गया है। आत्मविश्वास इंसान के जीवन की सबसे प्रमुख आवश्यकताओं में से एक आवश्यकता है। आत्मविश्वास वह गुण है, जो घटनाओं में जरूरी होता है और मुसीबत के समय में ज्यादातर उसकी परीक्षा होती है। आज के स्पर्धात्मक युग में सभी आत्मविश्वास का महत्व जानते हैं मगर उसकी परिभाषा और आत्मविश्वास कैसे बढ़ाया जाए इसका प्रशिक्षण बहुत कम लोगों को मिलता है।
यह पुस्तक दो खण्डों में विभाजित है। इसके पहले खंड में विश्वास का संपूर्ण ज्ञान दिया गया है। वहीं दूसरे खण्ड में आत्मविश्वास बढ़ाने का मार्ग बताया गया है। इसके अतिरिक्त इस पुस्तक में तीन मन, तीन तरीके, तीन शक्तियॉं, तीन मुक्तियॉं, तीन कार्य योजनाएँ और तीन अंतिम कदम बताए हैं, जिनके जरिए आप अपने अंदर आत्मविश्वास ला सकते हैं। यदि ऐसा कहा जाए कि आत्मविश्वास के पायदान पर यह पुस्तक आपको ऐसे रास्ते बताएगी, जिससे आपके सामने जीवन का नया आयाम खुलेगा, जो आपके लिए परम सफलता का द्वार होगा तो यह गलत नहीं होगा।
अमल में लाने के बाद यह पुस्तक एक ऐसे चमत्कार की शुरुआत है, जिसके आधार पर आप अपने संपूर्ण जीवन को महान, खूबसूरत, आनंददायक और सफल बना सकते हैं। पुस्तक में आत्मविश्वास से संबंधित जीवन के अदृश्य पहलू को बहुत ही सहज, सरल और उपयुक्त भाषा में उजागर किया गया है। इस पुस्तक को पढ़ने से आपके आत्मविश्वास में चार चॉंद (परम सफलता, आत्मनियंत्रण, आत्मप्रशिक्षण, आत्मप्रेरणा) और सात सूरज (धीरज, निडरता, आत्मसम्मान, निर्णायक सोच, रचनात्मकता, प्रवीणता, संकल्पशक्ति) लग जाएँगे तथा आप सफलता के नए पथ पर चल पड़ेंगे।
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