Kardaliwan Ek Anubhooti (Hindi Edition) by Kshitij Patukale कर्दलीबन : एक अनुभूति’ हजारों लोगों की आस्था के प्रतीक श्रीपाद श्रीवल्लभ, नृसिंह सरस्वती और स्वामी समर्थ उनके चरित्र से जुड़ी श्रद्धाभावना तथा आज के वैज्ञानिक दृष्टिकोण को सामने रखकर किया गया विशेष अध्ययन है। कर्दलीबन श्रीमद् नृसिंह सरस्वती स्वामी तथा स्वामी समर्थ, इन दो दत्त अवतारों को जोड़नेवाली एक कड़ी है। इस ग्रंथ की विशेषता है कि श्री क्षितिजजी ने न केवल ग्रंथों का अध्ययन और शोधकार्य किया अपितु प्रत्यक्ष कर्दलीबन में जाकर वहाँ निवास किया। उस वातावरण को निकटता से देखा, महसूस किया। कर्दलीबन के आध्यात्मिक और प्राकृतिक परिसर का अनुभव लिया और फिर उसे ग्रंथित किया। इसका हर एक प्रकरण कर्दलीबन से संबंधित किसी विशेष विषय की जानकारी प्रदान करता है। जो विभिन्न ग्रंथों के आधार पर प्रमाणित रूप से संकलित की गई है। यह एक ऐसा उपयोगी ग्रंथ है, जो दत्त संप्रदाय में आस्था रखनेवालों के साथ-साथ पर्यटन, शोध एवं इतिहास आदि में रुचि रखनेवालों के लिए भी उपयुक्त सिद्ध हो सकता है। यह समग्र जानकारी कर्दलीबन के बारे में जिज्ञासा रखनेवाले पाठकों के लिए ज्ञानवर्धक है और शोधकर्ताओं के लिए लाभदायक भी।