101 हिट भजनों की स्वर लिपियाँ भजन भक्त की पुकार है। जीवन के सुख-दुख व धूप छांव के बहते हुए झरने के बीच यह सहज ही मानव मन को परमात्मा से जोड़ती है।आज हर व्यक्ति व्यथित है, तनाव से ग्रस्त और अध्यात्म की तरफ भाग रहा है, भजन की अंगुली पकड़कर अपने अंतर्मन के तारों को झंकृत करना चाहता है। चाहे टेलीविजन चैनल हो या आध्यात्मिक प्रवचन स्थल, हर तरफ भजन का ही बोल बाला है। यही कारण है कि लोगों में भजन सीखने की होड़ लगी हुई है। लेखक ने यह पुस्तक इसी दृष्टि को ध्यान में रखकर तैयार की है