आज की नारी और आप आत्मनिर्भर कैसे बनें
सरश्री
यह पुस्तक उन सभी महिलाओं के लिए है, जो जीवन के सभी भागों पर समान रूप से उन्नति करना चाहती हैं। इस पुस्तक के शीर्षक अनुसार यह पुस्तक नारी को आत्मनिर्भर बनने का मार्गदर्शन देती है। इस पुस्तक में पहली बार यह बात बताई गई है कि स्त्री शरीर नहीं गुण है। स्त्रियॉं अपने गुणों की शक्ति से आत्मनिर्भर बन सकती हैं। स्त्रियों के आत्मनिर्भर बनने के बाधा हैं उनके कुछ अवगुण जिन्हें दूर करके वे सफलता प्राप्त कर सकती हैं।
महिलाएँ अकसर अपने घर व ऑफिस को सॅंभालते हुए अपने लिए समय नहीं निकाल पातीं इसलिए इस पुस्तक में कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं जिन्हें जानकर महिलाएँ अपने स्वास्थ्य के लिए भी समय दे पाएँगी। इसके अलावा महिलाएँ अपने स्वास्थ्य पर बहुत ही महत्त्वपूर्ण जानकारी भी प्राप्त कर सकती हैं। महिलाओं की कुछ शारीरिक दिक्कतें व उनके उपाय भी इस पुस्तक में दिए गए हैं। महिलाओं की मानसिक दिक्कतों को भी सुलझाने के लिए कुछ महत्त्वपूर्ण उपाय बताए गए हैं।
इसके अतिरिक्त इस पुस्तक में पढ़ें ः
इस पुस्तक का उद्देश्य यही है कि इसमें दिए गए मार्गदर्शन से हर महिला आत्मनिर्भर बन पाए ताकि वह अपना असली लक्ष्य प्राप्त करके असली आनंद का अनुभव ले पाए।