The Room On The Roof (Hindi Edition) by Ruskin Bond 1992 में साहित्य अकादमी अवार्ड से पुरस्कृत रस्किन बांड का यह पहला उपन्यास है जिसे उन्होंने 17 वर्ष की उम्र में लिखा था। इस उपन्यास का पात्र, रस्टी एक सोलह वर्षीय एंग्लो-इंडियन लड़का है जिसके मां-बाप नहीं हैं और जिसे अपने अंग्रेज़ रिश्तेदारों का अनुशासन और तौर-तरीके बिल्कुल रास नहीं आते और वह उनके घर से भाग जाता है। फिर उसे मिलते हैं नये दोस्त जिनके साथ बाज़ार, मेले और त्योहारों की चहल-पहल में वह खो जाता है... बचपन और जवानी के बीच की अल्हड़ उम्र के अनुभवों पर आधारित यह क्लासिक उपन्यास आज भी पाठकों का भरपूर मनोरंजन करता है। "अपना एक विशेष जादू है इस पुस्तक का" -हैरल्ड ट्रिब्यून बुक रिव्यू "बेहद पठनीय" -द गार्डियन ‘साहित्य अकादमी’ पुरस्कार, ‘पद्मश्री’ और ‘पद्मभूषण’ से सम्मानित रस्किन बांड की रूम आन द रूफ, वे आवारा दिन, उड़ान, दिल्ली अब दूर नहीं और एडवेंचर्स आफ़ रस्टी अन्य लोकप्रिय पुस्तकें हैं। "रस्किन बांड की कहानियों में एक ताज़गी है। भारत के नज़ारों और जीवन के बारे में शायद ही किसी और लेखक ने इतने सहज और प्रामाणिक रूप से लिखा होगा...हरेक कहानी जि़न्दगी के एक धड़कते दिल का आईना है।" -नेशनल हैरल्ड