Shudron Ka Pracheentam Itihas By S K Panjam
शूद्रों का प्राचीनतम इतिहास - एस.के.पंजम
दुनिया के सारे इतिहासकार यह जानते है, और लिखते है की आर्य यानी ब्राह्मण, क्षत्री, वैश्य विदेशी है और मधय एशिया से आए है। मुस्लिम वर्ग बाहर से आया है। किन्तु आश्चर्य तब होता है जब कुछ ब्राह्मणवादी, सामंती यह कहते है की शूद्र, द्रविण भी विदेशी है। ये वाही कहने वाले लोग है, जो खुद विदेशी एवं अज्ञानी है। सम्पूर्णानन्द, पण्डित रामशरण एवं एच. लाल आदि ने तो शूद्र इतिहास के नाम पर इस वर्ग को और मुर्ख एवं अज्ञानी बना दिया है। अरे भाई जब दुनिया में जीव - जन्तु मांनव की उत्पति हुई तो क्या भारत महाद्रिप दुनिया से अलग है ? जो यहाँ सारे जीव जंतु, मानव विदेशो से आए ? जी नहीं, यह यो हुआ की भारत का कोई लेखक, पुरातत्वविद्र् ही नहीं हुआ, जो लिखा दुशरो की नक़ल। जब की भारत में जीव-जाती नस्लों के लाखो प्रमाण है।