Shri Manibhadra Sadhna (Ghantakarna Mantra Kalp Sahit) By Ashok Sahjanand
वर्तमान युग में तंत्र-मंत्र की शक्ति का सबसे ज्यादा दुरुपयोग हो रहा है अतः इनसे बचाव, सुरक्षा तथा अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए श्री मणिभद्र व् घंटाकर्ण की साधना बड़ी प्रभावी रहती है। जैन तथा बौद्ध सम्प्रदाय में इनकी बड़ी मान्यता है, पर इनका साहित्य दुर्लभ है। प्राचीन पांडुलिपियों के आधार पर प्रथम बार सुसंपादित कर विदान लेखक आचार्य अशोक सहजानन्द जी ने साधकों के लिए एक विशिष्ट उपहार प्रदान किया है।