Pyasi Lahre (Navalkatha) By Hanuman Barod प्यासी लहरें - हनुमान बरोड़ 'अज्ञेय' श्रीमान हनुमान बरोड़ की रचनाएँ दलित वर्ग को दब्बू ,भयभीत,आशंकित जीवन शैली से बाहर निकालकर आत्मविश्वास के साथ मार्शल कौम बनने की ओर इशारा करती है । श्रीमान बरोड़जी ने राजनैतिक।प्रशाशनिक कार्यशैली,आज का शैक्षिक माहोल ,टूटते बिखरते रिश्ते ,कन्याभ्रूण हत्या जैसे कई विषयो पर कलम चलाई है ।