प्यार में लड़की - रविंद्र कात्यायन
Pyar Mein Ladki (Hindi) By Ravindra Katyayan
‘प्यार में लड़की’ संग्रह की कहानियाँ भारतीय वायु सेना के फ़ौजियों की उन संवेदनाओं, गहन अनुभूतियों, त्रासदियों और संघर्षों को हमारे समक्ष लाती हैं, जिनसे हम अपरिचित हैं। देश की दूर-दराज़ की सीमाओं पर तैनात वायुसैनिकों के जीवन का कटु यथार्थ, उनके मन के ऊहापोह, उनकी त्रासदी, उनके सुःख-दुःख, उनकी ज़िंदादिली और खिलंदड़ेपन को इन कहानियों में महसूस किया जा सकता है। भारतीय सैनिक आज जिन परिस्थितियों और जिस व्यवस्था में जीने को विवश हैं, उस भोगे हुए यथार्थ को लेखक ने सहज रूप से अभिव्यक्त किया है।
ये कहानियाँ हमें समाज की उन अनजानी, अनछुई सच्चाइयों से परिचित कराती हैं, जो वर्तमान व्यवस्था व सामाजिक जीवन की विसंगतियों की उपज हैं। कहीं फ़ौजी के प्यार में पागल लड़की है, कहीं पागलखाने में भर्ती मानसिक रोगियों के जीवन के त्रासद प्रहसन हैं, तो कहीं परंपरा और मर्यादा के नाम पर आडंबर व अशिक्षा के भ्रम में जीती हुई स्त्री है, कहीं सांप्रदायिक उन्माद भड़काकर या धार्मिक विद्वेष फैलाकर व्यक्तिगत स्वार्थों की पूर्ति करने वाले नेताओं की दुरभिसंधियाँ हैं, तो कहीं महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों में पढ़ाने वाले प्रोफेसरों के जीवन की स्याह-सफ़ेद छवियों की वितृष्ण लीलाएं। फ़ौजी जीवन का यथार्थ, नारी सशक्तिकरण, मातृसत्तात्मक परिवारों में स्त्री की भूमिका, उच्च शिक्षा में व्याप्त भ्रष्टाचार व स्त्री-शोषण, मीडिया, सत्ता और नेताओं के षड़यंत्रों को इन कहानियों के माध्यम से समझा-जाना जा सकता है।
ये कहानियाँ भारतीय समाज के कुछ अनछुए पहलुओं को पाठक के समक्ष रखती हैं और एक नए संसार से उसका परिचय कराती हैं। इनमें बने बनाए सामाजिक ढाँचों को तोड़ने की ललक तो है ही, कुछ नए विमर्शों की आहट भी है और पाठकों को एक नए संसार से परिचित कराने की चाहत भी।
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