Netrutva Ki Misal (Hindi Translation of Leadership By Example) By Sanjeev Chopra
हममें से बहुत काम लोग हर समय और हर काम में लीडर होते हैं, लेकिन हम सभी किसी खास समय, खास स्तिथियों में लीडर बन सकते हैं I लीडर होने के लिए आपके पास अनुयायी हों ऐसा आवश्यक नहीं है I सच्चे लीडर जिस काम को सही मानते हैं और जिसे वे दिल से करना चाहते हैं, उसे करते हुए आगे बढ़ जाते हैं, अक्सर उन्हें यह पता नहीं चलता या परवाह ही नहीं होती की कोई उनका अनुसरण कर रहा है या नहीं I
डॉ. संजीव चोपड़ा और डेविड फिशर की ये कहानियाँ आपके दिल में उत्तर जाएँगी और आपको नेतृत्व के सिद्धांत अपने रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में उतरने में समर्थ बनाएँगी I
डॉ। संजीव चोपड़ा बोस्टन, मैसाचुसेट्स में बेथ इसराइल डाकनेस्स मेडिकल सेंटर में सीनियर कंसलटेंट और हार्वर्ड मेडिकल स्कूल में चिकित्सा और सतत शिक्षा के लिए संकाय के डीन प्रोफेसर और वरिष्ठ सलाहकार है। उनके पास सौ से अधिक प्रकाशनों का, और चार विशेषज्ञ किताबों का क्रेडिट है I वह अपटूडेट, एक इलेक्ट्रॉनिक पाठ्यपुस्तक के हेपटोलौजी धरा के प्रधान संपादक भी हैं, जिसकी सदस्यता 450,000 चिकित्सकों द्वारा ली गयी है I डॉ एलन लोटविन और डेविड फिशर के साथ, वह लिव बेटर, लिव लॉन्गर भी लिख चुके हैं I उन्हें हार्वर्ड मेडिकल स्कूल से अध्यापन में उत्कृष्टता के पुरस्कार सहित कई अन्य पुरस्कार भी प्राप्त हुए है। 2009 में वह अमेरिकी डॉक्टरों के कॉलेज के एक मास्टर के रूप में निर्वाचित किया गया था। फ़िलहाल वे मैसाचुसेट्स में रहते है। डेविड फिशर पंद्रह से अधिक न्यूयॉर्क टाइम्स बेस्टसेलर्स के लेखक हैं।फ़िलहाल वे न्यूयार्क में रहते है।