प्रभात बेला - रामकुमार भ्रमर महाभारत- कथा पर आधारित 4 खंडो में यह एसी उपन्यास शृंखला है, जिसकी ख्याति महाकाव्य के रूप माइयन देश की सीमाओ को भी लाँघ गई है। यह महागाथा आरंभ से अंत तक अंतर की गहराईयो में उतरकर अभिभूत कर देती है। इन उपन्यासो में प्रख्यात उपन्यासकार रामकुमार भ्रमर ने कौरव और पांडव के संघर्ष के साथ साथ सत्ता और जीवन के संकतो को बेहद मार्मिक और प्रस्तुत किया है।
प्रभात बेला (आरंभ, अंकुर, आवाहन)
सहस्त्रधारा (अधिकार, अग्रज, आहुति)
आराधना पथ (असाध्य, असीम, अनुगत)
युग परिवर्तन (18 दिन, अंत, अनन्त)