Jeet Aapki (Hindi Translation Of You Can Win) by Shiv Khera
जीत आपकी - शिव खेड़ा
जिंदगी में जीत यानी कामयाबी कैसे पाएं - यह इस किताब की थीम है। इस थीम पर यानी सेल्फ हेल्प की ढेरों किताबें अंग्रेजी- हिंदी में इस वक्त मार्केट में हैं और वे बिक भी खूब रही हैं। यही किताब अब तक 20 लाख से ज्यादा बिक चुकी है, हिंदी-अंग्रेजी समेत 16 भाषाओं में छपे संस्करणों को मिलाकर। तमाम सेल्फ हेल्प किताबों में यह किताब खास इसलिए है कि इसमें खास कुछ नहीं है यानी नई बात कोई नहीं है। वही तमाम बातें जो धार्मिक ग्रंथों से लेकर प्रेरक पुस्तकों में बिखरी पड़ी हैं। शिव खेड़ा की सिफत इसमें है कि उन्होंने काम की तमाम बातों को सलीकेदार तरीके से और किस्से- कहानियों में पिरोकर हमारे सामने परोस दिया है। ज्ञान के समंदर का मंथन कर सार पेश कर दिया है। कामयाबी के टूल्स का लगभग कम्प्लीट सेट आपको इस किताब में मिलेगा।
यह किताब हमारी, आपकी, सबकी जिंदगी के बारे में है। यह जिंदगी जीने का सलीका सिखाती है, तरक्की पाने की तकनीक बताती है और अपनी क्षमताओं का पूरा इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करती है। इन सबके लिए जरूरी उसूलों को समझाने के लिए शिव खेड़ा ने जगह-जगह अपने और दूसरों के उदाहरण दिए हैं, छोटी-छोटी कहानियों की मदद ली है।
यह किताब लाजवाब इसलिए भी है कि नैतिक मूल्यों पर जोर दिया गया है। आजकल की मैनेजमेंट और पर्सनैल्टी डिवेलपमेंट की ज्यादातर किताबें ट्रिक्स यानी चालाकियां सिखाती हैं, कामयाबी के शॉटकट्स बताती हैं, खुद को बाहर से चमकाने पर फोकस करती हैं- ऐसे में 'जीत आपकी' इंसान को भीतर से चमकने का रास्ता दिखाती है, नैतिकता और जीवन मूल्यों पर जोर देती है। इसकी वजह भी शिव खेड़ा बताते हैं। वह यह कि कामयाबी के शिखर पर पहुंचना आसान है लेकिन उस शिखर पर टिके रहना मुश्किल। यहीं पर चरित्र और नैतिक मूल्य काम आते हैं। फटाफट कामयाबी के रास्ते तलाशती नई जेनरेशन के लिए यह जरूरी किताब है।
किताब पढ़ी और हो गए कामयाब- जाहिर है, ऐसा नहीं होता। किताब अपने रीडर को उन टूल्स से लैस कर देती है जो कामयाबी के लिए जरूरी हैं। जो इन टूल्स का इस्तेमाल करेगा, वह कामयाब हो जाएगा। असली चुनौती यही है। इसमें भी मदद करने के लिए हर चैप्टर के आखिर में वर्कशीट्स दी गई हैं ताकि रीडर आगे की जिंदगी के लिए अपनी कामयाबी का रोडमैप तैयार कर सके।
किताब बेसिकली अंग्रेजी में 'यू कैन विन' नाम से लिखी गई है। इसका हिंदी अनुवाद कुल मिलाकर सहज-सरल है, हां, कहीं-कहीं भाषा और अनुवाद की भूलें खटकती हैं।
* अपने दिमाग को रोज अच्छे विचारों की खुराक दें। दिमाग में इनका स्टॉक बढ़ाते रहें। ऐसे में बुराई या नकारात्मक विचारों का सामना होने पर वे हम पर हावी नहीं हो पाएंगी। खासकर सुबह के वक्त सबसे पहले कोई अच्छी चीज पढें या सुनें, जिंदगी में जीत हासिल करनेवाले ऐसे लोग होते हैं जिन्हें अपनी सीमाएं मालूम होती हैं, पर वे अपनी मजबूतियों पर ध्यान देते हैं।
* जब हम खुद को तुच्छ लोगों से उलझने से बचा लेते हैं, तो हम जीत जाते हैं।
* इतने मजबूत बनें कि हमारे मन की शांति को कोई भी बंदा भंग न कर सके।
* जो काम जरूरी हैं, उन्हें पसंद करने की आदत डालें।
* हमारे स्कूल- कॉलेज ज्ञान के झरने हैं, कुछ स्टूडेंट वहां अपनी प्यास बुझाने, कुछ चुस्की भरने और कुछ सिर्फ कुल्ला करने जाते हैं।
* ज्ञान में शक्ति बनने की क्षमता है और यह तभी शक्ति बनता है जब इसका इस्तेमाल किया जाता है।
* हम अपनी दिक्कतों के बजाय सहूलियतों पर गौर करें। कोई गलती करने पर जीतने वाला कहता है, 'मैं गलत था।' हारनेवाला कोई गलती होती है तो कहता है, 'इसमें मेरी कोई गलती नहीं थी।'
जीतने वाला विनम्र शब्दों में कड़े तर्क पेश करता है, हारने वाला कड़े शब्दों में कमजोर तर्क पेश करता है। जिंदगी में कामयाबी का आकलन गिरकर उठने की क्षमता से किया जाता है। अगर हालात बिगड़ जाएं तो यह हम पर निर्भर होता है कि हम उनका सामना जिम्मेदारी से करें या खीझते हुए करें। खतरे उठाइए, पर जुआ मत खेलिए। जब हम अतिरिक्त जिम्मेदारियां कबूल करते हैं तो दरअसल हम अपनी तरक्की का रास्ता खोल रहे होते हैं। सबकी जीत के बारे में सोचें और अपने शब्दों को सावधानी से चुनें। दूसरों के बर्ताव को बेवजह गलत मतलब निकालने से बचें। हम खुद तो एहसान मानें पर दूसरे से एहसानमंद होने की आस न करें।
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