Gyanyog (Adhyatmik) By Swami Vivekanand
ज्ञानयोग - स्वामी विवेकानंद स्वामी विवेकानंद ने भारतीय धर्म,संस्कृति एवं मानवीय नैतिक मूल्यों का प्रचार-प्रसार न केवल भारत में अपितु विश्व के अनेक देशो में भी किया । उन्नीसवी शताब्दी के अंतिम वर्षो में उन्होंने वेदांत के गूढ़ ज्ञान को बहुत सहज,सरल और सरस शैली में प्रस्तुत करने के लिए लंदन तथा अमेरिका की यात्रा की ।वहां के धर्म सम्मेलनों में उन्होंने जो भाषण दिए,उन्ही का हिंदी रूपांतर प्रस्तुत ग्रन्थ में दिया गया है ।