Ek Banker Ki Romanchkari Kahani
एक बैंकर की रोमांचकारी कहानी
अजय मोहन जैन
एक बैंकर की रोमांचकारी कहानी - एक ठेठ नौकरी-पेशा युवक सुरेश की कहानी है, जो बैंक में काम करता है। वह अनाड़ी और रुढि़वादी है और जीवन के हर चरण में स्वयं को दुनिया की चाल से बेढब पाता है। शहर में आकर बसने वाले परिवार की दूसरी पीढ़ी से संबंधित वह अभी भी शहरी तौर-तरीके पूरी तरह से नहीं अपना पाया है और कई चीजें वह अब भी अपनी समझ से बाहर पाता है। हैदराबाद, कलकत्ता और उत्तर प्रदेश के परिवेश में रचित यह उपन्यास शहरी मध्यवर्गीय जीवन का द्वंद का एक सजीव चित्र प्रस्तुत करता है। कहानी सुरेश के जीवन और संघर्षो का यथार्थ चित्रण करती है। क्या वह इस व्यवस्था से लड़ पायेगा। या उससे समझौता कर लेगा?