Devangana (Upanyas) by Acharya Chatursen
देवांगना - आचार्य चतुरसेन
आस्था और प्रेम का धार्मिक कट्टरता और घृणा पर विजय का एक रोचक उपन्यास
आचार्य चतुरसेन ने किस्सागोई के अपने खास अंदाज़ में, इस कथानक के जरिये धर्म और धर्म के ढोंग को बहुत ही भावनात्मक और रोचक ढंग से चित्रित किया है और दिखाया है की भारत से बौद्धधर्म का लोप किन कारणों से हुआ।