डार्क रूम
आर. के. नारायण
मेरा कुछ नहीं है इस दुनिया में। औरत के पास उसके बदन के अलावा अपना और क्या है ? इसके अलावा सब कुछ उसके बाप का है, पति का है, बेटे का है। बच्चे तुम्हारे हैं, क्योंकि तुमने मिडवाइफ और नर्स को पैसा दिया है। तुम इनके कपड़ों और पढ़ाई का खर्चा देते हो और यह सब भी लो...’ यह कहकर उसने अपनी हीरे की अँगूठी, नथ, नेकलेस, सोने की चूड़ियाँ, सब ज़ेवर उतारे और उसके सामने फेंक दिये।
इस उपन्यास में पति-पत्नी के बनते-बिगड़ते सम्बन्धों का बहुत ही मार्मिक और हृदयस्पर्शी चित्रण किया गया है। साहित्य अकादमी से पुरस्कृत आर. के. नारायण की अन्य लोकप्रिय पुस्तकें हैं—‘मालगुड़ी की कहानियाँ’, ‘स्वामी और उसके दोस्त’, ‘गाइड’ और ‘इंग्लिश टीचर’।
दाम्पत्य जीवन के उतार-चढ़ाव पर आधारित आर. के. नारायण का यह उपन्यास पाठक के दिल को छू जाता है। शादी का रिश्ता निभाने के लिए पति और पत्नी दोनों को क्या-क्या समझौते करने पड़ते हैं, यही है इस रोमांचक पुस्तक का केन्द्रबिंदु।
1906 में जन्मे नारायण का पूरा नाम रसीपुरम कृष्णास्वामी अय्यर नारायणस्वामी था। साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित आर. के. नारायण ने अपने जीवन में पन्द्रह उपन्यास, कहानियों के पांच खण्ड, अनेक यात्रा-वृत्तांत लिखे, और महाभारत व रामायण के अंग्रेजी अनुवाद किये हैं और अंग्रेजी भाषा में लिखने वाले भारतीय लेखकों में वे सबसे अधिक लोकप्रिय हैं।
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