18 Chapters (Hindi Edition) By S P Bharill
बचपन से निराशा,हताशा,परेशान व् डरपोक 'राजा' जो अपने आप से ही परेशान था जिसके लिए जिंदगी अभिशाप बन गई थी जो आत्महत्या के प्रयास में भी पीछे नहीं रहा था क्या 'राजा' के लिए जिंदगी तोहफा बन पायेगी? कैसे ???